आषाढ़ महीने में मनाई जाने वाली गुप्त नवरात्रि का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत बड़ा है। यह पर्व 26 जून से शुरू होकर 4 जुलाई तक चलता है जिसमें मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सनातन धर्म में नवरात्रि के नौ दिन मां जगदंबा की शक्ति और तंत्र साधना का समय माना जाता है। गुप्त नवरात्रि तंत्र विद्या सीखने वालों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इस दौरान पूजा गोपनीय और विशेष विधि से की जाती है। मान्यता है कि इस पर्व में किए गए उपाय मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं और शादी, नौकरी, पैसा जैसी समस्याओं का समाधान कर जीवन में खुशहाली लाते हैं। यह समय शक्ति उपासना और मंत्र सिद्धि के लिए उत्तम माना जाता है।
गुप्त नवरात्रि में माता रानी की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। इस दौरान कुछ खास उपाय करने से धन की समस्याएं दूर होती हैं, वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और संतान सुख भी मिलता है। ये उपाय भक्तों को जीवन की परेशानियों से मुक्ति दिलाने में मदद करते हैं।
गुप्त नवरात्रि के दौरान किये जाने वाले उपाय
- अगर आप आर्थिक संकट से परेशान हैं तो गुप्त नवरात्रि के पहले दिन एक लाल कपड़े में अक्षत और कौड़ी बांधकर उसे घर की तिजोरी में रखना चाहिए। इस वस्तु की नौ दिनों तक पूजा-अर्चना करें और नवरात्रि की नवमी तिथि को उसे आंगन में रख दें। इससे धन लाभ के नए रास्ते खुलेंगे।
- अगर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। इससे जीवन में खुशहाली बढ़ती है।
- शादी में बाधा आ रही हो या अच्छा जीवनसाथी नहीं मिल रहा हो तो गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे विवाह से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं।
- नौकरी में तरक्की के लिए गुप्त नवरात्रि के दिनों में हनुमान जी को पान का बीड़ा और माता रानी को इलायची-मिश्री का भोग लगाएं। ऐसा करने से नौकरी संबंधी समस्याएं खत्म होती हैं और सफलता मिलती है।
- इन सभी उपायों को विधि-विधान से करने पर जीवन के कठिन समय में मदद मिलती है और मां दुर्गा की कृपा बनी रहती है।