29 मई 2025 को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि है। इस दिन आर्द्रा नक्षत्र उसके उपरांत पुनर्वसु। योग कि बात करें तो पहले सूला योग उसके बाद गंदा योग का संयोग रहेगा। दिन के शुभ मुहूर्त की बात करें तो गुरुवार को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:57 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक। राहुकाल दोपहर 2:04 बजे से 3:43 बजे तक रहेगा। चंद्रमा मिथुन राशि से होकर गुजरेगा।
विक्रम संवत् – 2082, कालायुक्त शक संवत् – 1947, विश्ववसु,पूर्णिमांत – ज्येष्ठा शुक्ल पक्ष तृतीया –29 मई 01:54 पूर्वाह्न – 29 मई 11:18 अपराह्न , शुक्ल पक्ष चतुर्थी – 29 मई 11:18 अपराह्न – 30 मई 09:23 अपराह्न
नक्षत्र
आर्द्रा – 29 मई 12:29 पूर्वाह्न – 29 मई 10:38 अपराह्न
पुनर्वसु – 29 मई 10:38 अपराह्न – 30 मई 09:29 अपराह्न
करण
तैतिला – 29 मई 01:54 पूर्वाह्न – 29 मई 12:32 अपराह्न
गरिजा – 29 मई 12:32 अपराह्न – 29 मई 11:18 अपराह्न
वनीजा – 29 मई 11:18 PM – 30 मई 10:15 ऍम
योग
सूला – 28 मई 07:08 अपराह्न – 29 मई 03:46 अपराह्न
गंदा – 29 मई 03:46 अपराह्न – 30 मई 12:56 अपराह्न
त्यौहार और व्रत-
महाराणा प्रताप जयंती
सूर्योदय का समय –
सूर्योदय – सुबह में 5 बजकर 45 मिनट।
सूर्यास्त – सायं 7 बजकर 03 मिनट।
चंद्रोदय – 29 मई सायं 7 बजकर 30 मिनट।
चंद्रास्त – 29 मई रात 9 बजकर 49 मिनट।
अशुभ काल
राहु – दोपहर 2:04 बजे – दोपहर 3:43 बजे
यमगांडा – 5:45 पूर्वाह्न – 7:25 पूर्वाह्न
गुलिका – 9:04 पूर्वाह्न – 10:44 पूर्वाह्न
दुर्मुहूर्त- प्रातः 10:11 – 11:04 पूर्वाह्न, 03:30 अपराह्न – 04:23 अपराह्न
वर्ज्यम – 08:14 पूर्वाह्न – 09:43 पूर्वाह्न
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11:57 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक
अमृत काल – 01:24 PM – 02:52 PM
ब्रह्म मुहूर्त – प्रातः 04:08 – प्रातः 04:56 तक
शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि – 29 मई 10:38 अपराह्न – 30 मई 09:29 अपराह्न (पुनर्वसु और गुरुवार)
आज का उपाय – भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें।
(ज्योतिषाचार्य प्रतीक त्रिपाठी)