हिन्दू धर्म में राम नवमी के दिन को बहुत ही खास व महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह नवरात्रि का आखिरी दिन होता है साथ ही मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है. इसके साथ ही इस दिन को भगवान श्रीराम के अवतरण दिवस के रूप में भी बड़े ही खुशियों के साथ मनाया जाता है. इस दिन सभी राम मंदिरों सहित सभी के घरों में भी भव्य आयोजन व हवन पूजा-पाठ किया जाता है.
इस बार राम नवमी पर कई दुर्लभ संयोगों का निर्माण होने जा रहा है. इसलिए इस बार की राम नवमी भक्तों के लिए बहुत ही लाभकारी मानी जा रही हैं. इस दिन पूजा करने के साथ-साथ कुछ विशेष उपायों को करना भी बेहद लाभकारी माना जाता है. तो आइए जानते हैं राम नवमी के अवसर पर कौन-कौन से शुभ योगों का निर्माण हो रहा व किन उपायों के करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त हो सकता है.
कब मनाई जाएगी राम नवमी –
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि यानी की राम नवमी इस बार 5 अप्रैल शाम 7:27 मिनट से शुरू होगी और 6 अप्रैल को शाम 7:24 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में उदयातिथि मान्य होती है तो उसके अनुसार राम नवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी.
इस बार राम नवमी पर पुष्य नक्षत्र का शुभ योग भी बन रहा है. इस लिए इस दिन संपत्ति और सोना खरीदने के लिए भी शुभ दिन माना जा रहा है. इसके अलावा इस दिन मालव्य राजयोग, सर्वार्थ सिद्धि सुलक्ष्मी योग व बुधादित्य राजयोग का भी निर्माण हो रहा है. माना जा रहा है कि इन शुभ संयोगों में पूजा करने के साथ ही कुछ विशेष उपाय कर लिये जाएं तो भक्तों की मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं.
राम नवमी के दिन प्रातः काल स्नान करने के बाद भगवान श्रीराम की विधि-विधान से श्रृंगार, पूजा व आरती करने के बाद उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं और फिर वहां बैठकर बालकांड का पाठ करें. आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
भगवान श्री राम को साक्षात विष्णु जी का अवतार माना जाता हैं और विष्णु जी को तुलसी बहुत प्रिय है. ऐसे में राम नवमी के दिन प्रभु श्रीराम को तुलसी के 108 पत्तों पर राम लिखकर उसकी माला अर्पित करने पर आपकी हर मनोकामना पूरी होती है.
राम नवमी के दिन किसी भी राम मंदिर में जाकर वहां सवा किलो चने की दाल व गुड़ का दान करना चाहिए. माना जाता है कि इस उपाय को पूरी श्रृद्धाभाव के साथ करने पर जातक को मनचाही सफलता मिलती है.