हम सभी की ज़िंदगी में ऐसे कई मौके आते हैं, जब कोई नया काम शुरू करना होता है या किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए घर से बाहर निकलना पड़ता है। ऐसे मौकों पर मन में कई प्रकार की शंका और चिंता जन्म लेती है “क्या काम सफल होगा?” “कोई विघ्न तो नहीं आएगा?” “कहीं कोई बाधा तो नहीं होगी?”
भारत की धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराएं ऐसे अनगिनत उपायों से भरी पड़ी हैं, जो न सिर्फ आत्मबल बढ़ाते हैं, बल्कि अदृश्य रूप से कार्यसिद्धि में भी सहायता करते हैं। ऐसा ही एक अचूक उपाय हमें रामचरितमानस में मिलता है — एक छोटी-सी चौपाई, जिसका स्मरण करके भगवान हनुमान ने लंका में प्रवेश किया था, और वही चौपाई आज भी हर नए काम की शुरुआत में सफलता का मंत्र मानी जाती है।
रामचरितमानस की वह चमत्कारी चौपाई
“प्रबिसि नगर कीजे सब काजा।
हृदय राखि कौशलपुर राजा॥”
अर्थ: नगर (या कार्य क्षेत्र) में प्रवेश करने से पहले अपने हृदय में अयोध्या के राजा श्रीराम को बसाइए, और फिर अपने सभी कार्य कीजिए।
यह चौपाई रामचरितमानस के सुंदरकांड से ली गई है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने इस चौपाई के माध्यम से यह संदेश दिया है कि जब भी हम कोई महत्वपूर्ण कार्य करें या किसी नए स्थान पर जाएं, तो श्रीराम का स्मरण और विश्वास साथ लेकर चलें। यह वही चौपाई है जो हनुमान जी ने लंका में प्रवेश करने से पहले कही थी। उन्होंने इसी स्मरण से सीता माता को ढूंढ़ निकाला और रावण की लंका में विजयश्री प्राप्त की।
- कब करें इस चौपाई का पाठ?
जब आप किसी इंटरव्यू, परीक्षा, कोर्ट केस, बिजनेस मीटिंग, यात्रा, या जीवन के किसी नए पड़ाव की ओर बढ़ रहे हों। - नए कार्य की शुरुआत करने से पहले। किसी अनजान या चुनौतीपूर्ण स्थान पर जाने से पहले।
मंत्र:
3, 5 या 11 बार इस चौपाई का श्रद्धा से जाप करें और अपने मन में श्रीराम का स्मरण करें। आप देखेंगे कि कार्य के दौरान आपका आत्मविश्वास बना रहेगा और परिणाम भी शुभ होंगे।
अन्य आसान उपाय जो सफलता को मजबूत बनाते हैं:
- मुख्य दरवाजे पर काली मिर्च का टोटका
घर से निकलते समय दरवाजे पर 4-5 काली मिर्च के दाने बिखेरें और उन पर पैर रखकर बाहर निकलें। ध्यान रहे, पीछे मुड़कर न देखें।
लाभ: यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को रोकता है और कार्य में सफलता दिलाता है। - भगवान गणेश का स्मरण
कोई भी काम शुरू करने से पहले श्री गणेश की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं और जाप करें –
“ॐ श्री गणेशाय नमः”
लाभ: विघ्नहर्ता भगवान गणेश की कृपा से हर कार्य निर्विघ्न पूर्ण होता है। - तुलसी का पत्ता खाकर निकलें
किसी ज़रूरी काम से निकलते समय तुलसी का पत्ता खाएं।
लाभ: यह शुभता का प्रतीक है और मन को स्थिरता प्रदान करता है। - कौए को रोटी खिलाएं
घर से निकलते समय एक रोटी साथ लेकर जाएं। रास्ते में कौआ दिखाई दे तो उसे वह रोटी खिला दें।
लाभ: पितरों की कृपा से कार्य सफल होता है और संकटों से बचाव होता है। - तुलसी की परिक्रमा और मंत्र जाप
सुबह स्नान के बाद तुलसी के पौधे में जल अर्पित करें और ग्यारह बार उसकी परिक्रमा करें।
साथ में जपें – “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
लाभ: आत्मिक ऊर्जा बढ़ती है और मन शांत होकर सफलता की ओर अग्रसर होता है। सफलता की राह
छोटी-छोटी चीजें, जब श्रद्धा और विश्वास से की जाएं, तो जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकती हैं। रामचरितमानस की एक चौपाई और सरल उपायों की यह श्रृंखला न केवल आत्मबल बढ़ाती है, बल्कि अदृश्य रूप से सफलता की राह भी प्रशस्त करती है। हर नए काम की शुरुआत से पहले श्रीराम का स्मरण कीजिए, सफलता आपके चरण चूमेगी।