ज्येष्ठ पूर्णिमा का पर्व 11 जून, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है। पूर्णिमा तिथि के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। इस दिन स्नान- दान करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन रात्रि के समय चंद्र देव की पूजा करने और उन्हें अर्घ्य देने का भी विधान है। तो आइए जानते हैं साल 2025 में ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि कब पड़ रही है ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा व्रत और इसका महत्व।
उदयातिथि के अनुसार, ज्येष्ठ पूर्णिमा 11 बुधवार, 2025 को मनाई जाएगी। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय शाम 6.48 मिनट होगा। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन किए गए उपाय लाभकारी सिद्ध होते हैं।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2025 उपाय
- ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ पर दूध व जल अर्पित करें।
- पीपल के पेड़ के नीचे मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए दीपक जलाना चाहिए।
- ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी को पलाश के फूल अर्पित करें, ऐसा करने से लक्ष्मी जी की कृपा सदैव बनी रहती है।
- ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन एकाशी नारियल माता लक्ष्मी को चढ़ाएं।
- पूर्णिमा तिथि के दिन स्नान दान का विशेष महत्व है।
- इस दिन संध्या काल में चन्द्रदेव को अर्घ्य अर्पित कर उनका पूजन करें।
- इस दिन जरूरमंदों को दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्राप्त होता है।