रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए और उन्हें जल चढ़ाना शुभ माना जाता है। सूर्योदय के समय अर्घ्य देना और पूजा-पाठ करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। सूर्य ग्रह आत्मा, आत्मबल, पिता, आंखों और हड्डियों से जुड़ा होता है। अगर कुंडली में सूर्य कमजोर हो जाए तो व्यक्ति को असफलता, पिता से विवाद, नौकरी में परेशानी और त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं। इसलिए रविवार को कुछ चीजें खाने से बचना चाहिए जिससे सूर्य की कृपा बनी रहे और उसका बल कमजोर न हो। यदि आप पूजा-पाठ नहीं भी कर पाते हैं तो केवल इन नियमों का पालन करना भी लाभकारी होता है। इससे सूर्य की कृपा बनी रहती है और जीवन में आत्मबल, सफलता और मानसिक शांति मिलती है।
रविवार के दिन क्या नहीं खाना चाहिए
- रविवार के दिन काली उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शनि देव नाराज हो सकते हैं और शनि-सूर्य के बीच टकराव बढ़ सकता है। ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी उल्लेख है कि रविवार को मसूर की दाल और लाल साग का सेवन वर्जित है क्योंकि यह सूर्य की शक्ति को कमजोर कर सकता है।
- रविवार को नमक का सेवन भी वर्जित माना गया है। नमक शनि और राहु से जुड़ा होता है, जो सूर्य के शत्रु ग्रह हैं। इस दिन नमक खाने से आत्मबल कम हो सकता है, सेहत पर असर पड़ सकता है और सरकारी कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं। इसीलिए रविवार व्रत में भी नमक नहीं खाया जाता।
- इस दिन मांसाहारी भोजन जैसे मांस, मछली और शराब जैसी तामसिक वस्तुओं का सेवन भी वर्जित है। इनसे सूर्य ग्रह कमजोर होता है, जिससे पितृ दोष, पिता से संबंधों में दूरी, आंखों की समस्याएं और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- रविवार के दिन खट्टी चीजें जैसे नींबू, इमली और अचार आदि नहीं खाना चाहिए। इनका सेवन सूर्य की ऊर्जा को प्रभावित करता है और कुंडली में सूर्य की स्थिति को कमजोर कर सकता है।
- सूर्य की पवित्र ऊर्जा को बनाए रखने के लिए रविवार को तले-भुने, तैलीय भोजन से परहेज करें। यह दिन सात्त्विक आहार और शुद्ध विचारों के लिए उत्तम होता है, इसलिए पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
रविवार के दिन क्या खाना चाहिए
रविवार के दिन सूर्य ग्रह से जुड़ी वस्तुओं का सेवन करना लाभकारी होता है। इस दिन घी, गेहूं, गुड़, सेब, अनार, गाय का दूध, मूंग दाल, पीली और लाल सब्जियां तथा सूरजमुखी का तेल खा सकते हैं। यह आहार न सिर्फ सेहत के लिए अच्छा है, बल्कि सूर्य देव की कृपा भी दिलाता है। व्रत करने वाले इस दिन सात्त्विक भोजन करें और संयम रखें। भोजन हमेशा संतुलित मात्रा में लें ताकि शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहें।