हनुमान जी सिर्फ शक्ति और पराक्रम के देवता नहीं हैं, बल्कि डर, उलझन और तनाव के समय भी एक सच्चा सहारा होते हैं। कहा जाता है “संकट के समय हनुमान”, क्योंकि उनका नाम लेने से एक अदृश्य सुरक्षा प्राप्त होता है। हनुमान जी के नाम का जाप करने से आत्मविश्वास बढ़ता है, मन शांत होता है और कठिन समय में साहस मिलता है।
हनुमान जी को कहा जाता है संकटमोचन
हनुमान जी को सभी परेशानियों को दूर करने वाले देवता माना जाता है। जब जीवन में कोई मुसीबत या कठिनाई आती है, तो उनका नाम लेने से रास्ते आसान हो जाते हैं और हिम्मत मिलती है।
हनुमान जी एक चिरंजीवी देवता
हनुमान जी अमर हैं और उन्हें चिरंजीवी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वे आज भी इस धरती पर हैं और जब कोई भक्त सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, तो वे तुरंत उसकी मदद के लिए तैयार हो जाते हैं। उनका आशीर्वाद संकट के समय बहुत शक्तिशाली माना जाता है।
हर परिस्थिति में सहायक
रामायण से लेकर आज तक हनुमान जी हर युग में धर्म, सेवा और समर्पण का आदर्श बने हुए हैं। उन्होंने भगवान राम की सेवा में जो निष्ठा दिखाई, वह आज भी सभी के लिए प्रेरणा है। उनका जीवन बताता है कि सच्ची भक्ति और समर्पण से कोई भी कार्य असंभव नहीं होता।
कौन से मंत्र का करें जप
जय बजरंग बली – एक छोटा, सरल और बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है, जिसे बोलने से ऊर्जा और हिम्मत मिलती है।
ॐ हनुमते नमः – मंत्र का जप करने से आंतरिक बल प्रदान होता है और हर तरह की नकारात्मकता से सुरक्षा मिलती है।
हनुमान गायत्री मंत्र जप
“अंजनेयाय विद्महे, वायुपुत्राय धीमहि, तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्”
कैसे बनाएं जप को रोज़ की आदत
हनुमान जी का जाप आदत में लाने के लिए कुछ आसान तरीके हैं। घर या ऑफिस में उनकी तस्वीर लगाएं जिससे रोज़ ध्यान आ सके। सुबह सूर्योदय के समय या रात सोने से पहले जप करें। मोबाइल में हनुमान चालीसा की ऑडियो रखें और सफर के दौरान सुनें। मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर जाकर विशेष रूप से पूजा करें। ये छोटे-छोटे कदम धीरे-धीरे जाप को आपकी आदत बना देंगे।
हनुमान जी हैं साथ हर स्थिति में
हनुमान जी का नाम लेना सिर्फ एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आत्मिक शक्ति का स्रोत भी है। उनका जाप करने से मन को ताकत मिलती है, डर दूर होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे आप मुश्किल हालात में भी खुद को मजबूत महसूस करते हैं।