धर्म शास्त्रों के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। सावन से लेकर कार्तिक माह की एकादशी तक पूरी सृष्टि का संचालन महादेव करते हैं, क्योंकि इस दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। ज्योतिष शास्त्र में सावन के महीने में कुछ खास उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं। यदि आप आर्थिक तंगी या जीवन की परेशानियों से बचना चाहते हैं तो सावन शुरू होने से पहले कुछ शुभ वस्तुएं अपने घर में लाना लाभकारी होता है। इससे भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है।
महामृत्युंजय यंत्र:-
अगर आप अपने घर से वास्तु दोष दूर करना चाहते हैं तो सावन आने से पहले महामृत्युंजय यंत्र जरूर अपने घर में स्थापित करें। आप इसे विशेष रूप से सावन के सोमवार के दिन भी अपने घर ला सकते हैं। इसके बाद विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें और यंत्र को घर में उचित स्थान पर स्थापित करें। धार्मिक मान्यता है कि महामृत्युंजय यंत्र लगाने से न केवल वास्तु दोष खत्म होते हैं, बल्कि घर में सुख-शांति आती है और हर प्रकार की परेशानी दूर होती है। यह यंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा का प्रतीक माना जाता है।
चांदी के नंदी:-
अगर आप पैसों की तंगी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो सावन शुरू होने से पहले चांदी से बना हुआ नंदी अपने घर में जरूर लाएं। सोमवार के दिन नंदी को लाकर विधिपूर्वक स्थापित करें। मान्यता है कि भगवान शिव की सवारी नंदी को घर में रखने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और सुख-समृद्धि आती है। आप चाहें तो नंदी को घर की तिजोरी में भी रख सकते हैं, इससे धन में बढ़ोतरी होने की संभावना मानी जाती है।
पारद शिवलिंग-
अगर आप भोलेनाथ की कृपा पाना चाहते हैं, तो सावन से पहले पारद शिवलिंग को अपने घर में जरूर लाएं। सावन के किसी भी दिन इसे स्थापित किया जा सकता है। इसके बाद गंगाजल या कच्चे दूध से अभिषेक करें। ऐसा करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली का वास होता है।
डमरू:-
अगर आप जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो सावन के महीने में डमरू जरूर अपने घर में लाएं। इसके बाद विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करते समय डमरू बजाएं। यह शिव जी का प्रिय वाद्य यंत्र है और इसे बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पूजा के बाद डमरू को घर के मंदिर में स्थापित कर दें। मान्यता है कि इस उपाय से वास्तु दोष दूर होता है और घर में शांति बनी रहती है।