श्री गणेशाय नमः
आदरणीय बंधुओ
सर्वप्रथम आप सभी का सादर आभार और धन्यवाद।
“दिव्यसुधा” भक्ति की अमृत धारा, आज हर घर में पढ़ी जा रही है। आप सभी पाठकों के स्नेह रुपी मेल और प्रतिक्रिया से हर दिन अभिभूत होती है आप सभी दिव्यसुधा को पसंद कर रहे हैं और सुझाव दिव्यसुधा की टीम के साथ साझा करते हैं। इसके लिए आप सभी का धन्यवाद।
आप सभी के बीच “दिव्यसुधा” भक्ति की अमृत धारा, जून माह का अंक आ गया है। इस महीने की शुरुआत के साथ व्रत और त्यौहारों आगमन हो गया है। हर वर्ष ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाने वाला गंगा दशहरा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आस्था और शुद्धता का प्रतीक है। जीवन में सुख, शांति और समृद्धि दिलाने का व्रत है योगिनी एकादशी, यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस वर्ष के आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्री की शुरुआत 26 जून और समापन 4 जुलाई को होगा। जून माह का यह अंक और भी विशेष है क्यूंकि भगवान जगन्नाथ अपनी बहन और भाई के साथ नगर भ्रमण के लिए रथ पर सवार होंगे। तो इस अंक में हम भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की शुरुआत कब और कैसे हुई? साथ ही श्रीकृष्ण के अमर हृदय की रहस्यमयी कथा क्या है? इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे।
पढ़कर अपनी राय अवश्य दें।
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