शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित होता है। देवी लक्ष्मी को धन, सुख और समृद्धि की देवी माना गया है, वहीं शुक्र देव जीवन में भौतिक सुख, वैभव, प्रेम और सौंदर्य के कारक माने जाते हैं। इस दिन व्रत, पूजा और खास उपाय करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और जीवन में धन की वृद्धि होती है। शुक्रवार की रात को किए गए कुछ विशेष और गुप्त उपाय बेहद प्रभावी माने जाते हैं। इन उपायों को अपनाने से न सिर्फ धन की तंगी दूर होती है, बल्कि मां लक्ष्मी की कृपा भी हमेशा बनी रहती है।
शुक्रवार की रात करें ये गुप्त टोटके
- गुलाबी वस्त्र पहनकर करें लक्ष्मी पूजा
- शुक्रवार की रात स्नान कर गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें। मां लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाएं और 108 बार यह मंत्र जाप करें:
- “ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा।”
- इसके साथ ही लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें। यह साधना मां लक्ष्मी की विशेष कृपा दिलाती है।
अष्टलक्ष्मी की मध्यरात्रि पूजा
लक्ष्मी जी के आठ स्वरूपों को अष्टलक्ष्मी कहा जाता है। शुक्रवार की मध्यरात्रि को अष्टलक्ष्मी की पूजा करें। गुलाबी फूल चढ़ाएं, खीर का भोग लगाएं और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। ध्यान रखें, इस पूजा में कोई विघ्न न आए, अन्यथा इसका पूर्ण फल नहीं मिलता।
भगवान विष्णु का अभिषेक
मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यंत शुभ होता है। शुक्रवार की रात दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इससे दोनों देवता प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
श्रीयंत्र और आठ दीपों की साधना
अष्टलक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति के सामने श्रीयंत्र स्थापित करें। घी के आठ दीपक जलाएं, गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती और सफेद मिठाई का भोग अर्पित करें। अष्टगंध से श्रीयंत्र और मां लक्ष्मी को तिलक करें और आरती करें।
कमल गट्टे की माला से 108 बार वही मंत्र जाप करें:
“ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा।”
पूजा पूर्ण होने के बाद आठों दीपकों को घर की आठ दिशाओं में रखें और कमल गट्टे की माला को अपनी तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर रख दें। इन उपायों को श्रद्धा और विधिपूर्वक करने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है और जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती।